Mansi savita

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लेखनी प्रतियोगिता -25-Oct-2023

जीने की राह

अतीत के पन्नो को अक्सर में दोबारा पलट देख लेती हूं
जो होता जिंदगी में उससे ही
मैं हर रोज नया सीख लेती हूं
सुनो जिंदगी की कहानी ये अनुभव की निशानी
हर वक्त खाए ठोकर तमाम थी
न निकली आवाज मुंह से 
जिंदगी से परेशान थी
कोश रही थी अक्सर खुद को
दोष भी कुछ मेरा था
तब होश भी मुझको आया तो
पैसों का सब मेला था
अपना अपना करते थे जो है
धन दौलत में मरते है वो
पीठ पीछे ईर्ष्या में जीते
सामने अच्छे बनते है सब
एक मोड़ मेरे पास भी 
शायद यह बतलाने आया था
जो अच्छा करती हो तुम तो
मुझे सबक सिखाने आया था
मैं कोसती नहीं हूं जिंदगी को
क्योंकि हर परेशानी हम सबको
मजबूत बनाने आती है
सुख दुख जीवन के पहिए 
ये बात हमे सिखलाती है।।

मानसी सविता
कानपुर

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3 Comments

madhura

01-Nov-2023 04:20 PM

Awesome

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Mohammed urooj khan

31-Oct-2023 04:13 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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Babita patel

26-Oct-2023 08:13 AM

V nice

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